लोककथा भाग 15

बहुत पुरानी बात है एक कस्बे में एक साहुकार था। उसके चार बेटे थे ।चार में से बड़े तीन पुश्तैनी…

4 वर्ष ago

लोककथा भाग 14

एक जूँ थी छोटी सी। लोग उसकी कद-काठी पर हसाँ करते थे। उसकी इतनी हँसी उड़ाने लग गये थे कि…

4 वर्ष ago

सबसे बड़ा दुश्मन “क्रोध”

परिचय गौरव अपने माता पिता और भाई बहनों का लाडला।बचपन से ही पढ़ाई लिखाई ही नहीं हर चीज़ में अव्वल…

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संवदिया

बड़ी हवेली अब नाममात्र की बड़ी हवेली है, जहाँ रात दिन नौकर नौकरानियों और जन मजदूरों की भीड़ लगी रहती…

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बहुरुपिया

दुनिया दूषती है  हँसती है  उँगलियाँ उठा कहती है ...  कहकहे कसती है -  राम रे राम!  क्या पहरावा है …

4 वर्ष ago