भविष्यवाणी : लोक-कथाभविष्यवाणी : लोक-कथा

भविष्यवाणी : लोक-कथा

अचानक खबर सुनकर गोविंदन सकते में आ गया। वह विश्वास नहीं कर पा रहा था कि उसके जीवन में ऐसा…

3 वर्ष ago
मगरमच्छ और हिरण : लोक-कथामगरमच्छ और हिरण : लोक-कथा

मगरमच्छ और हिरण : लोक-कथा

एक घने जंगल में एक सुंदर छोटा सा हिरण वास करता था। एक दिन उसे प्यास लगी, वह नदी किनारे…

3 वर्ष ago
हौवा : लोक-कथाहौवा : लोक-कथा

हौवा : लोक-कथा

एक बस्ती थी, वहाँ एक गरीब इनसान रहता था। उसके दो बेटियाँ थीं। दोनों बहुत सुंदर थीं। उस इनसान की…

3 वर्ष ago
चमगादड़ का जन्म| लोक-कथाचमगादड़ का जन्म| लोक-कथा

चमगादड़ का जन्म| लोक-कथा

बहुत समय पहले की बात है। एक विदेशी जलपोत कहीं दूर से आया। लेकिन इससे पहले कि वह किनारे पर…

3 वर्ष ago
आलसियों का आश्रम| लोक-कथाआलसियों का आश्रम| लोक-कथा

आलसियों का आश्रम| लोक-कथा

एक बार एक राज्य में बहुत सारे लोग आलसी हो गए। उन्होंने सारा कामधाम करना छोड़ दिया। यहाँ तक कि…

3 वर्ष ago
प्रेत ने कराया तबादलाप्रेत ने कराया तबादला

प्रेत ने कराया तबादला

दानापुर रेल मंडल में एक उज्ज़ड और झगड़ालू किस्म का कर्मी मोहन सिंह ट्रांसफर होकर आया. उसका तबादला करवाया गया…

3 वर्ष ago
रहस्यमय मौलानारहस्यमय मौलाना

रहस्यमय मौलाना

आरा शहर की वर्षों पुरानी घटना है. उस जमाने की जब एक्का और बग्गी चला करती थी. करीम मियां कभी-कभी…

3 वर्ष ago
अनसुलझा रहस्यअनसुलझा रहस्य

अनसुलझा रहस्य

यह कहानी मेरे चचेरे भाई की है। उस वक्त वह इलाहाबाद में पढ़ाई कर रहा था और वहीं एक होटल…

3 वर्ष ago
मौत का रहस्यमौत का रहस्य

मौत का रहस्य

झारखंड के घाटशिला की घटना है। सुरेश चंद्र की पहली पत्नी का देहांत हो गया था। उससे उनकी दो बेटियां…

3 वर्ष ago
भुतहा कोठीभुतहा कोठी

भुतहा कोठी

कहानी 20 वीं शताब्दी के छठे दशक की है। ब्रिटेन में एक वायसराय की एक विशाल और भव्य कोठी थी।…

3 वर्ष ago
रिक्शेवाले का भूतरिक्शेवाले का भूत

रिक्शेवाले का भूत

वह अमावस्या की रात थी। घनघोर अंधेरा था। रात के डेढ़ बज रहे थे। नरेंद्र प्रसाद की ट्रेन बक्सर स्टेशन…

3 वर्ष ago
रहस्यमय बुढ़ियारहस्यमय बुढ़िया

रहस्यमय बुढ़िया

यह कहानी उस जमाने की है जब शिकार खेलने पर प्रतिबंध नहीं था। चार दोस्त हिरन का शिकार करने बिहार…

3 वर्ष ago
चीड़ के पेड़ को श्राप | लोककथाचीड़ के पेड़ को श्राप | लोककथा

चीड़ के पेड़ को श्राप | लोककथा

यह पहाड़ी लोककथा उत्तराखंड के पिथौरागढ़ क्षेत्र से सम्बंधित है। पिथौरागढ़ में भादो के माह में सातू -आठु पर्व मनाया…

3 वर्ष ago
गरजगरज

गरज

एक दिन बीरबल दरबार में उपस्थित नहीं थे। ऐसे में बीरबल से जलने वाले सभी सभासद बीरबल के खिलाफ बादशाह…

3 वर्ष ago
लालपान की बेगमलालपान की बेगम

लालपान की बेगम

'क्यों बिरजू की माँ, नाच देखने नहीं जाएगी क्या?'बिरजू की माँ शकरकंद उबाल कर बैठी मन-ही-मन कुढ़ रही थी अपने…

3 वर्ष ago

अकबर और बीरबल

बादशाह अकबर और बीरबल के बीच कभी-कभी ऐसी बातें भी हुआ करती थीं जिनकी परख करने में जान का खतरा…

3 वर्ष ago

विक्रम बेताल

घनघोर अंधेरी रात में राजा विक्रम अपनी खुली तलवार लिए बेताल को पकड़ने आगे बढ़ते हैं। और अपने पराक्रम से…

3 वर्ष ago

चार दोस्तों की आँखें नम करने वाली कहानी

स्कूल के चार करीबी दोस्तों की आँखें नम करने वाली कहानी है।जिन्होंने एक ही स्कूल में कक्षा बारवीं तक पढ़ाई…

3 वर्ष ago

वह लोक कथाएँ

विक्रमाजीत नाम के एक राजा थे। वह बड़े न्यायी थे। उनके न्याय की प्रशंसा दूर-दूर तक फैली थी। एक बार…

3 वर्ष ago

मैला आँचल

गाँव में यह खबर बिजली की तरह फैल गई - मलेटरी ने बहरा चेथरू को गिरफ्तार कर लिया है और…

3 वर्ष ago

ठेस

खेती-बारी के समय, गाँव के किसान सिरचन की गिनती नहीं करते। लोग उसको बेकार ही नहीं, 'बेगार' समझते हैं। इसलिए,…

3 वर्ष ago