“सर् मैंने खून कर दिया है.” वो बार बार यही शब्द दुहरा रही थी. वो पुलिस स्टेशन के अंदर मेरे सामने बैठी थी. वो अपने आप को पुलिस के हवाले करने आई थीI मैं उस पुलिस स्टेशन का इंचार्ज हूँ।
वो देखने में काफ़ी खूबसूरत थीं उम्र लगभग 22 या 23 साल रही होगी।लंबे घने बाल थे जिसको उसने काफी करीने से सजा रखा था।उसने गुलाबी शर्ट और नीली जीन्स पहन रखी थी और आंखों पर सनग्लासेस चढ़े हुए थे।कुल मिलाकर वो एक संभ्रांत परिवार से लग रही थी।
आपने किसको मार दिया है? एक लंबे विराम दे कर मैंने उससे पूछा।क्योंकि उससे मुझे ऐसी उम्मीद नहीं थी।या सच कहूं तो मैं उसकी खूबसूरती में कहीं खो सा गया था।
“मैंने 3 लोगों को मारा है.” मै आश्चर्य चकित रह गया एक खूबसूरत दिखने वाली लड़की 3 लोगों का मर्डर करके यहाँ पुलिस के पास बयान दे रही है ये सारी बाते मुझे अब भी अजीब सी लग रही थीं ।
“मैंने अपने घर मे काम करने वाले माली ,ड्राइवर और……..” वो थोड़ा झिझकते हुये बोली. “और मेरी मां को मार डाला.”
वो सिसक सिसक कर रोने लगी।मैने उसे पीने के लिए पानी दिया और वो गिलास उठाकर पानी पीने लगी।
जब उसको पानी पीकर थोड़ा सुकून मिला तो उसने बताना चालू किया “प्लीज मुझे जेल में डाल दीजिये नहीं तो मैं कुछ भी कर बैठूंगी”
शांत हो जाओ और अपना नाम बताओ और ये बताओ तुमने उनलोगों को क़यू मार डाला मैने उससे पूछा।उसने अपना नाम शिल्पा बताया और कहा “मुझे पता नहीं क्या हो गया था ये सब अपनेआप होता चला गया”
शिल्पा मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है।मैं तुम्हे बिना किसी कंपलेन के या बिना कोई लाश जब्त किए नहीं गिरफ्तार कर सकता हूँ मैने कहा।
वो बहुत ही टेंशन में थी कुछ जबाब देने की स्तिथि में नही लग रही थी तो मैंने पूछा “शिल्पा लाश कहाँ है”
मैंने उन्हें अपने बगीचे में गाड दिया है शिल्पा ने बताया।वो झूठ बोल रही हो ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा था पर उसकी बातों पर यकीन करना भी मुश्किल हो गया था।
मैंने उसके साथ उसके घर जाके सच्चाई पता करने का निष्कर्ष निकाला ।दो कॉन्स्टेबल को साथ लेकर हम उसके घर पहुंचे।वो हमें अपने घर के बगीचे में ले गयी और वो जगह दिखाई जहां उसने माली और ड्राइवर की लाश दफ्न की थी।मैंने कॉन्स्टेबल से उस जगह खुदाई करने को बोलकर उससे पूछा आपकी मां की बॉडी कहा है?
“वो घर में है।आइये दिखाती हु।”मैं उसके साथ उसके घर में गया वो मुझे घर मे ले गई और एक अंधेरे कमरे की ओर इशारा करके बोली मेरी माँ अंदर है। और फिर रोना शुरू कर दिया।
मैंने आहिस्ता आहिस्ता उस कमरे के अंदर कदम रखा।कमरे में अंधेरे की वजह से कुछ भी देख पाना संभव नहीं हो पा रहा था।मेरे पास मोबाइल था मैंने उसकी फ्लॉस लाइट आन किया। मोबाइल के फ़्लैश की लाइट में मैंने कमरे का अच्छी तरह मुआयना किया कमरा खाली था।सामने ही एक दूसरा कमरा था जो बन्द था।
मैने उस बन्द कमरे को खोला और ये देखकर हैरान रह गया कि वहाँ तीन लाशें थीं।दो आदमियों की जो शायद शिल्पा के माली और ड्राइवर की थी और एक औरत की शायद उसकी मां की।मै चौक पड़ा कि शिल्पा ने फिर ये क़यू कहा कि लाश गार्डन में है?
“आहहहहहह” किसी ने पीछे से किसी भारी चीज से मेरे सर पर वार किया।जैसे ही मैं पीछे पलटा देखा शिल्पा एक लोहे की मोटी सरिया जो मेरे खून से सनी है लेकर खड़ी मुस्कुरा रही थी।
“तुमने ये क़यू किया”लरजती आवाज़ में मैंने उससे पूछा।
वो मेरे और करीब आयी और दूसरा वॉर करते हुए कहा क्योंकि इसमें मुझे मज़ा आता है।एक नशा सा महसूस होता है मुझे । मैं जमीन पर गिर गया।उसने मेरे जेब से मेरी गन निकली और बाहर चली गई।
मुझे थोड़ी देर में ही दो गोलियां चलने की आवाज़ सुनाई दी उसने मेरे कॉन्स्टेबल को भी मार डाला।
मैंने अपना होश खोते खोते उसे आईने के सामने खड़े अपना बाल बनाते और गाना गाते हुए देखा।…….
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