Categories: कविताएं

माँ मै सैनिक बनने जाऊंगी

माँ मैं सैनिक बनने जाऊंगी।
जिस तरह पापा ने धुल चटाया दुश्मन को।
मैं भी उन्हें वैसे ही धूल चटाऊंगी।।

बेटी तू तो नाजुक फूलो सी।
पुष्प पंखुड़ियों से नाजुक तेरे अंग।
कैसे उन आतताइयों का सामना कर पाओगी।
पिता तेरे हुए वीरगति।
तुम बिन कैसे मैं जी पाऊंगी।।

माँ तू चिंता ना कर ।
हिम्मत और साहस की गुड़िया हूँ।
पिता की शहादत को रुषवा न करवाउंगी।
उनकी बेटी हूँ।रण कौशल से दुश्मनों को बताऊंगी।
माँ मैं सैनिक बनने जाऊँगी।।

जब होगी तू उनके कब्जे में।
दर्द देंगे तुझे वो उससे ज्यादा मुझे होगी पीड़ा।
आततायी करेंगे तेरे नारीत्व को शर्मसार।
कैसे ये मैं सुन पाऊंगी।।

माँ तू चिंता ना कर।
इन मोतियों से दांतों को 
इन सूंदर नाखूनों को बनाकर हथियार।
तेरी ये बेटी लेकर काली का अवतार ।
उन आतातायियों के सीने फाड़ खाऊँगी।
कुछ भी हो जाये भारत माता का सर न झुकवाऊंगी।
माँ मै सैनिक बनने जाऊंगी।।

Ravi KUMAR

Recent Posts

नेवला

जापान में एक बहुत ही सुंदर जगह है- नारूमी। वहाँ पर एक नदी के किनारे…

1 वर्ष ago

कुआं

केशवपुर गांव में अधिकतर लोग खेती करने वाले ही थे। पूरे गांव में सिर्फ दो…

2 वर्ष ago

औरत की आत्मा

साल 1950 का यह एक चौंकाने वाला किस्सा रानी बाजार का है। यहां रामप्रकाश रहता…

2 वर्ष ago

गुड़िया मर गयी

गुड़िया मर गयी :* रचना में आँसुओं का आधिक्य, स्याही की कमी है,प्रभू! तू ही…

2 वर्ष ago

कुबेर ऐसे बन गए धन के देवता

अपने पूर्व जन्म में कुबेर देव गुणनिधि नाम के गरीब ब्राह्मण थे. बचपन में उन्होंने…

2 वर्ष ago

सिंदबाद जहाजी की पहली यात्रा

सिंदबाद ने कहा कि मैंने अच्छी-खासी पैतृक संपत्ति पाई थी किंतु मैंने नौजवानी की मूर्खताओं…

2 वर्ष ago