जीवन की शायद सबसे बड़ी ग़लती

आख़िरी बातचीत

पिताजी बहुत मुश्किल से ही साँस ले पा रहे थे। यहाँ तक कि उनकी सीने की धड़कन भी मुझे सुनाई…

4 वर्ष ago