लोक-कथा

नेवला

जापान में एक बहुत ही सुंदर जगह है- नारूमी। वहाँ पर एक नदी के किनारे एक नेवला रहता था। यह…

1 वर्ष ago

कुआं

केशवपुर गांव में अधिकतर लोग खेती करने वाले ही थे। पूरे गांव में सिर्फ दो ही कुएं थे, जिनसे लोगों…

2 वर्ष ago

कुबेर ऐसे बन गए धन के देवता

अपने पूर्व जन्म में कुबेर देव गुणनिधि नाम के गरीब ब्राह्मण थे. बचपन में उन्होंने अपने पिता से धर्म शास्त्रों…

2 वर्ष ago

हँसी का कारण

मंगलू एक ग्वाला था । एक दिन जंगल में उसकी गाएँ चर रही थी । वह चीड़ के पेड़ों की…

2 वर्ष ago

चुड़ैल की कहानी

किसी गाँव में रामू नाम का एक हलवाई रहता था, वह बहुत ही मेहनती और ईमानदार व्यक्ति था, उसके हाथ…

2 वर्ष ago

छोटी लोककथाएं

यह एक किसान की कहानी है जो एक गाँव में अपनी पत्नी के साथ रहता था। उनके पास एक छोटी…

2 वर्ष ago

सेठ और चोर:लोक कथा

किसी गाँव में एक मालदार सेठ था. जितना मालदार उतना ही चतुर और कंजूस. एक दिन शाम के वक़्त सेठ…

2 वर्ष ago

दो गज जमीन – लियो टॉलस्टॉय

एक बार रूस में दो बहनें रहती थीं. बड़ी बहन की शादी शहर में रहने वाले एक अमीर व्यापारी से…

2 वर्ष ago

गवैया गधा और गीदड़

एक गधा और गीदड़ आपस में मित्र थे. गधा एक धोबी के यहाँ दिन भर काम करता और रात होने…

2 वर्ष ago

सोने की कीमत : लोक कथा

बहुत पुरानी बात है, रूस में एक गाँव था जिसके ज़्यादातर निवासी गरीब किसान थे। गाँव में केवल एक ही…

2 वर्ष ago

राजा युवराज और अमरफल : लोक कथा  LOK KATHA IN HINDI

बहुत समय पहले की बात है. एक राजा के तीन पुत्र थे. वह उन तीनों में से सबसे योग्य को…

2 वर्ष ago

सबूत – लोक कथा

प्राचीन काल में मायापुरी नामक एक नगर व्यापार के लिए बहुत प्रसिद्ध था। दूर -दूर से लोग व्यापार के सिलसिले…

2 वर्ष ago

चार भाई – हिन्दी लोककथा

किसी गाँव में चार भाई रहते थे. चारों भाइयों में आपस में बड़ा प्रेम था और सभी एक दूसरे का…

2 वर्ष ago

लड़की की बन्दर से शादी

क लड़की नदी पर नहाने और पानी भरने गयी। उसने नहाने के लिये अपने कपड़े उतारे, उनको किनारे पर रखा…

2 वर्ष ago

शिवजी का वाहन नंदी : असमिया लोक-कथा

यह उस समय की बात है, जब भगवान शिव के पास कोई वाहन न था। उन्‍हें पैदल ही जंगल-पर्वत की…

2 वर्ष ago

गीदड़ और गीदड़ी

राजस्थान के गांवों में दादी -नानी कई लोक कथाएं सुनाती है जिससे बालक हंसते- हँसते लोट -पोट हो जाते हैं…

2 वर्ष ago

सेवा और भक्ति : नेपाल की लोककथा

राजा सुशर्मा अपने दरबारियों के हर प्रश्न का जवाब देते थे ।एक बार एक व्यक्ति ने दरबार में उनसे पूछा…

2 वर्ष ago

परनिंदा का पाप : उडिशा की लोककथा

एक राजा के दरबार में ब्राह्मण भोज का आयोजन किया गया । छप्पनभोग महल के खुले आंगन में बनवाए गए…

2 वर्ष ago

सजदा

एक बुजुर्ग दरिया के किनारे पर जा रहे थे। एक जगह देखा कि दरिया की सतह से एक कछुआ निकला…

2 वर्ष ago

मछुआरा और जादुई मछली

नदी के किनारे सोनपुर नामक एक गांव था । उस गांव में रामू नामक एक मछुआरा रहता था । रामू…

2 वर्ष ago

भूत भागा

प्राचीन काल से ही हमारे पूरे देश में लोक कथाओं, गीतों, पहेलियों तथा लोकोक्तियों इत्यादि द्वारा गूढ से गूढ बातों…

2 वर्ष ago