सामने सन्ध्या-धूसरति जल की एक चादर बिछी है। उसके बाद बालू की बेला है, उसमें अठखेलियाँ करके लहरों ने सीढ़ी…
एक थे मामा और एक थे फूफा। मामा और फूफा दोनों व्यापार करते थे और दोनों व्यापार में सहभागी थे।…
त्रिपुरा के राजा देव अपने मंत्री के ज्ञान व उनकी हाजिरजवाबी से कुपित थे। एक बार जब मंत्री के हाजिरजवाबी से नाराज…