kahani

उस पार का योगी

सामने सन्ध्या-धूसरति जल की एक चादर बिछी है। उसके बाद बालू की बेला है, उसमें अठखेलियाँ करके लहरों ने सीढ़ी…

2 वर्ष ago

लोककथा भाग 13

एक थे मामा और एक थे फूफा। मामा और फूफा दोनों व्यापार करते थे और दोनों व्यापार में सहभागी थे।…

3 वर्ष ago

लोककथा भाग 12

त्रिपुरा के राजा देव अपने मंत्री के ज्ञान व उनकी हाजिरजवाबी से कुपित थे। एक बार जब मंत्री के हाजिरजवाबी से नाराज…

3 वर्ष ago