मुबीना या सकीना
गाँव के एकमात्र पक्के मकान के पिछवाडे से एक मर्द और औरत चोरों की तरह आगे पीछे देखते हुये निकले....
गाँव के एकमात्र पक्के मकान के पिछवाडे से एक मर्द और औरत चोरों की तरह आगे पीछे देखते हुये निकले....
गाँव के बाहर, एक छोटे-से बंजर में कंजरों का दल पड़ा था। उस परिवार में टट्टू, भैंसे और कुत्तों को...
साजन के मन में नित्य वसन्त था। वही वसन्त जो उत्साह और उदासी का समझौता कराता, वह जीवन के उत्साह...
‘‘अभी तो पहना गई हो।’’ ‘‘बहूजी, बड़ी अच्छी चूडिय़ाँ हैं। सीधे बम्बई से पारसल मँगाया है। सरकार का हुक्म है;...
जाह्नवी अपने बालू के कम्बल में ठिठुरकर सो रही थी। शीत कुहासा बनकर प्रत्यक्ष हो रहा था। दो-चार लाल धारायें...
जब बसन्त की पहली लहर अपना पीला रंग सीमा के खेतों पर चढ़ा लायी, काली कोयल ने उसे बरजना आरम्भ...
सामने सन्ध्या-धूसरति जल की एक चादर बिछी है। उसके बाद बालू की बेला है, उसमें अठखेलियाँ करके लहरों ने सीढ़ी...
घने हरे कानन के हृदय में पहाड़ी नदी झिर-झिर करती बह रही है। गाँव से दूर, बन्दूक लिये हुए शिकारी...
‘‘आज तो भैया, मूँग की बरफी खाने को जी नहीं चाहता, यह साग तो बड़ा ही चटकीला है। मैं तो….’’...
एक अघोरी साधु थे वे शिव भक्त थे जंगल में रहा करते जंगल में वे जहाँ रहते वहाँ बहुत से...
क लड़की नदी पर नहाने और पानी भरने गयी। उसने नहाने के लिये अपने कपड़े उतारे, उनको किनारे पर रखा...
यह उस समय की बात है, जब भगवान शिव के पास कोई वाहन न था। उन्हें पैदल ही जंगल-पर्वत की...
राजस्थान के गांवों में दादी -नानी कई लोक कथाएं सुनाती है जिससे बालक हंसते- हँसते लोट -पोट हो जाते हैं...
राजा सुशर्मा अपने दरबारियों के हर प्रश्न का जवाब देते थे ।एक बार एक व्यक्ति ने दरबार में उनसे पूछा...
एक राजा के दरबार में ब्राह्मण भोज का आयोजन किया गया । छप्पनभोग महल के खुले आंगन में बनवाए गए...
एक बुजुर्ग दरिया के किनारे पर जा रहे थे। एक जगह देखा कि दरिया की सतह से एक कछुआ निकला...
नदी के किनारे सोनपुर नामक एक गांव था । उस गांव में रामू नामक एक मछुआरा रहता था । रामू...
प्राचीन काल से ही हमारे पूरे देश में लोक कथाओं, गीतों, पहेलियों तथा लोकोक्तियों इत्यादि द्वारा गूढ से गूढ बातों...
एक बार एक कछुआ एक अजनबी शहर में नमक खरीदने गया। जब वह नमक खरीद कर वापस लौट रहा था...
एक समय की घटना है, एक बूढ़े आदमी ने अपनी बहुत सी सम्पत्ति अपने पत्र के नाम कर दी ।...
एक जुलाहा सूत कातने के लिए रुई लेकर आ रहा था। वह नदी किनारे सुस्ताने के लिए बैठा ही था...