एक विधवा और उसका बेटा
बहुत दिन पहले की बात है कि एक विधवा स्त्री अपने एकलौते बेटे के साथ रहती थी। एक दिन वह...
बहुत दिन पहले की बात है कि एक विधवा स्त्री अपने एकलौते बेटे के साथ रहती थी। एक दिन वह...
निशा बचपन से ही बहुत खूबसूरत थी।जैसे जैसे बड़ी होते गई उसकी खूबसूरती में चार चांद लगते गए। वो जिससे...
क्या है मौत,क़यू है मौत।कोई कहे कविता सी सूंदरकोई कहे परियो सी खूसूरत।किसी को लगे शांति की मूरतकिसी को जन्नत...
पिछले सप्ताह की बात है बेटी के कई बार आग्रह के बावजूद समयाभाव के कारण काफी दिनों बाद चिड़िया घर...
माँ मैं सैनिक बनने जाऊंगी।जिस तरह पापा ने धुल चटाया दुश्मन को।मैं भी उन्हें वैसे ही धूल चटाऊंगी।। बेटी तू...
सरल हृदय, सुलभता भरा मन।आ गए आंसू आंखों में कुछ देख सुन।कभी खुशी के तो कभी गम में।कभी हार से...
रधिया अपने मुन्ने को लेकर मजदूरी करने जाती थी।कभी पीठ पर बांधकर तो कभी कमर से लटकाकर दिनभर मजदूरी करती...
बचपन मे पढ़ा था "गेंहू और गुलाब" समझ मे तब भी उतनी ही आयी थी जितनी आज समझ में आती...
कैसे लिखूं तुझपर कविता।क्या लिखूं तुझपर कविता।क्या पिरो पाऊंगा निज कामना ,कुछ शब्दों में।या छोड़ दूंगा भटकने कुछ आड़ी टेढ़ी लकीरों से।...
आदेश ने अब तक 34 हत्याएं करने का जुर्म कबूला है. मुमकिन है कि उस की लिस्ट में और नाम...
कभी तो सुना करो खामोशियों कीमेरी खामोशी भी कुछ कहती है।जब खमोश रहती हो मेरी जबाँतुम्हें लगु की हूँ मैं...
कुछ पढ़ते समय अनायास ही कुछ कमी सी महसूस होने लगी।लगा कुछ तो कमी खल रही है।कुछ तो है जो...
क्या है सम्पूर्णताकिसी की चाहतया उसकी आहटउसके पायलों की छमछमया उसकी चेहरे की चमचम।किसी के प्रति समर्पणया उसका अर्पण। क्या...
रंगों और खुशियों कीदही भल्ले और गुजियो किभागमभाग और हुड़दंगों किरंगों में रंगी होती है होली। सबमे शामिल होकर भीसबसे...
कुछ दिनों पहले की बात है। हिन्दू और मुस्लिम अड़ोसी पड़ोसी साथ साथ फैजाबाद के एक छोटे से गांव में...
एक थे मामा और एक थे फूफा। मामा और फूफा दोनों व्यापार करते थे और दोनों व्यापार में सहभागी थे।...
बहुत ही बड़े लेखक की रचना का शीर्षक लेकर कुछ लिखने की जुर्रत की है।कोई त्रुटि हुई तो क्षमापार्थी हुँ।...
कुछ पढ़ते समय अनायास ही कुछ कमी सी महसूस होने लगी।लगा कुछ तो कमी खल रही है।कुछ तो है जो...
त्रिपुरा के राजा देव अपने मंत्री के ज्ञान व उनकी हाजिरजवाबी से कुपित थे। एक बार जब मंत्री के हाजिरजवाबी से नाराज...
राजा शिवि एक महान शासक थे। उनके सब काम सराहनीय होते थे। वे बहुत दयालु और प्रजावत्सल थे। उन्हें पशु-पक्षियों...
गांव में एक पंडित रोज बात-बात पर पत्नी से झगडता था। वह उससे कहता- मेरी बात नही मानोगी तो संतों...