Ravi KUMAR

शरलॉक होम्स की जासूसी

वर्ष 1878 में मुझे लंदन विश्वविद्यालय से डाक्टर ऑफ मेडिसिन की उपाधि मिली और मैं सेना में सर्जनों के लिए…

4 वर्ष ago

भुलौना भूत की कहानी

बात बहुत ही पुरानी है। उस समय ग्रामीण लोग अधिकतर एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए बैलगाड़ी आदि…

4 वर्ष ago

नैसर्गिक प्रेम

रमेसर काका के पास एक लेहड़ा गायें थीं। वे प्रतिदिन सुबह ही इन गायों को दुह-दाहकर चराने के लिए निकल…

4 वर्ष ago

क्या ऐसा भी होता है?

हुनेसरजी (नाम बदला हुआ) हमारे जिले के ही रहने वाले थे और शादी-शुदा थे। उनके परिवार में उनके दो छोटे…

4 वर्ष ago

भूतों का राजा

पहले गाँवों में कुछ बनिया फेरी करने आते थे (आज भी आते हैं पर कम मात्रा में)। कोई छोटी-मोटी खाने…

4 वर्ष ago

भूत का भय

१९४८ में, मैं सिवनी के म्यूनिसिपल स्कूल में छटवी कक्षा का छात्र था। हम लोगों के शिक्षकों में एक विनू…

4 वर्ष ago

बेर के पेड़ वाला भुत

गर्मी की छुट्टिया चल रही थी तो  मैं लगभग पूरा दिन घर पर ही होता हूँ। हमारे घर के ठीक सामने एक बैरी का पैड था।…

4 वर्ष ago

नरपिशाचिनी और राजकुमार

बहुत पुरानी बात है, सुंगंधा नगरी में सुचिंतन नाम का एक राजा राज करता था । यथा नाम तथा रूप, सुंगंधा नगरी धन –…

4 वर्ष ago

जाग मछिन्दर गोरख आया

गुरु गोरख नाथ के गुरु थे परम योगी गुरु मत्स्येन्द्र नाथ ! जिन्हे लोग मछिन्दर नाथके नाम से भी जानते…

4 वर्ष ago

जिंदा भूत

एक दिन राजू के मन में आया कि लोगों को भूत बनकर डराया जाए। वह सांस रोकर बैठ गया ।…

4 वर्ष ago

नागपंचमी और नाग

बहुत वर्षों पूर्व किसी गाँव में एक किसान रहता था। नागपंचमी के दिन वह खेत में हल जोतने गया। कुछ…

4 वर्ष ago

नागकन्या

भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक गांव था मिसमा। वहां एक अनाथ मछुआरा रहता था ताराओन । एक दिन वह…

4 वर्ष ago

भूत आया

एक बार एक गरीब किसान के घर खाने को कुछ न था। उसकी पत्नी ने सलाह दी कि वह कुछ…

4 वर्ष ago

बिरहा

बिरहा अहीरों का जातीय लोकगीत है। लोकगीतों में इसका स्थान उसी तरह महत्त्वपूर्ण है, जिस तरह संस्कृत में 'द्विपदी', प्राकृत…

4 वर्ष ago

दाख़िलेमून ख़ुदेमून रो कुश्त व बीरूनेमून मर्दुम रो

एक व्यक्ति का एक बहुत बड़ा बाग़ था। उसके बाग़ में हर प्रकार के फल का पेड़ मौजूद था। उसने…

4 वर्ष ago

सहनशक्ति

प्राचीन काल में दो दरवेश (संत) एक दूसरे के गहरे मित्र थे। उन दोनों के बीच इतनी घनिष्ठता थी कि…

4 वर्ष ago

पहले दरवेश के कारनामे

जब सुबह हुई और सूरज को निकले दो घड़ी हो गये तब मेरी आँख खुली। पर वहाँ तो मुझे कुछ…

4 वर्ष ago

दूसरे दरवेश की कहानी

राजा के हुकुम के अनुसार उसी दिन आधी रात को जब अँधेरा गाढ़ा हो गया तो राजकुमारी को जिसको इतने…

4 वर्ष ago

तीसरे दरवेश की कहानी

उसके बाद तीसरे दरवेश ने आराम से बैठते हुए अपनी यात्राओं के बारे में बताना शुरू किया — ओ दोस्तों…

4 वर्ष ago

चौथे दरवेश की कहानी

चौथे दरवेश ने रोते रोते अपनी कहानी सुनायी — अब मेरी बदकिस्मती की दुखभरी कहानी सुनो थोड़ा ध्यान दे कर…

4 वर्ष ago

जवान और मृत स्त्री

उस जवान ने कहा कि 'मृत स्त्री मेरी पत्नी और इन वृद्ध सज्जन की बेटी थी और यह मेरे चचा…

4 वर्ष ago