कहानियां

भारत की लोककथा

एकबार की बात है। सूरज, जवा, पानी और किसान के बीच अचानक तनातनी हो गई। बात बड़ी नहीं थी, छोटी-सी…

2 वर्ष ago

लोक कथाएं

किसी जमाने की बात है। एक आदमी था। उसका नाम था सूर्यनारायण। वह स्वयं तो देवलोक में रहता था, किंतु…

2 वर्ष ago

बुद्वि बड़ी या पैसा / शिव सहाय चतुर्वेदी

बुद्वि बड़ी या पैसा / शिव सहाय चतुर्वेदी किसी देश में एक राजा राज करता था। उसके लिए पैसा ही…

2 वर्ष ago

बुआजी की आंखें

प्रद्युम्नसिंह नाम का एक राजा था। उसके पास एक हंस था। राजा उसे मोती चुगाया करता और बहुत लाड़-प्यार से…

2 वर्ष ago

बदनसीब बूढ़े

एक गांव में एक बार एक बूढ़ा व्यक्ति रहने आया। वह दुनिया के सबसे बदनसीब और दुर्भाग्यशाली लोगों में से…

2 वर्ष ago

बड़ी सोच

एक करोड़पति ने अपने बड़े से घर की रक्षा के लिए एक कुत्ता पाला। उसके घर के दरवाजे दो तरफ…

2 वर्ष ago

सिर कटा भूत

हमारे देश में अंग्रेजों का शासन काल था। उस समय अपने देश में अंग्रेजो का शासन हुआ करता था। पूरे…

2 वर्ष ago

व्हाइट हाउस का भूत

यह अमेरिका के राष्ट्रपति भवन (व्हाइट हाउस) का 10 अगस्त वर्ष 1923 का किस्सा है। उन दिनों केल्विन कूलिज (Calvin…

2 वर्ष ago

एक विधवा और उसका बेटा

बहुत दिन पहले की बात है कि एक विधवा स्त्री अपने एकलौते बेटे के साथ रहती थी। एक दिन वह…

2 वर्ष ago

रसप्रिया

धूल में पड़े कीमती पत्थर को देख कर जौहरी की आँखों में एक नई झलक झिलमिला गई - अपरूप-रूप! चरवाहा…

2 वर्ष ago

ख़ूनी

“सर् मैंने खून कर दिया है.” वो बार बार यही शब्द दुहरा रही थी. वो पुलिस स्टेशन के अंदर मेरे…

2 वर्ष ago

पीर बाबा के मजार का रहस्य

नोट:यह व्यंग्य किसी के धार्मिक या आध्यात्मिक आस्था पर सवाल नहीं उठती है।रचना का उद्देश्य मनोरंजन  एक व्यंग्य मात्र है।…

2 वर्ष ago

आदिम रात्रि की महक

न ...करमा को नींद नहीं आएगी।नए पक्के मकान में उसे कभी नींद नहीं आती। चूना और वार्निश की गंध के…

2 वर्ष ago

जै गंगा !

इस दिन आधी रात को 'मनहरना’ दियारा के बिखरे गांवों और दूर दूर के टोलों में अचानक एक सम्मिलित करूण…

2 वर्ष ago

माँ का हठ

पीहू , नेहा की इकलौती सन्तान थी।उसके सिवाय इस दुनिया में कौन था उसका? माता पिता तो उसके बचपन में…

2 वर्ष ago

खूबसूरत

निशा बचपन से ही बहुत खूबसूरत थी।जैसे जैसे बड़ी होते गई उसकी खूबसूरती में चार चांद लगते गए। वो जिससे…

2 वर्ष ago

माँ का त्याग

रधिया अपने मुन्ने को लेकर मजदूरी करने जाती थी।कभी पीठ पर बांधकर तो कभी कमर से लटकाकर दिनभर मजदूरी करती…

2 वर्ष ago

हाइवे का हत्यारा

आदेश ने अब तक 34 हत्याएं करने का जुर्म कबूला है. मुमकिन है कि उस की लिस्ट में और नाम…

2 वर्ष ago

राम का दर्द 1

कुछ दिनों पहले की बात है। हिन्दू और मुस्लिम अड़ोसी पड़ोसी साथ साथ फैजाबाद के एक छोटे से गांव में…

2 वर्ष ago

लोककथा भाग 13

एक थे मामा और एक थे फूफा। मामा और फूफा दोनों व्यापार करते थे और दोनों व्यापार में सहभागी थे।…

2 वर्ष ago

लोककथा भाग 12

त्रिपुरा के राजा देव अपने मंत्री के ज्ञान व उनकी हाजिरजवाबी से कुपित थे। एक बार जब मंत्री के हाजिरजवाबी से नाराज…

2 वर्ष ago