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नेवला

जापान में एक बहुत ही सुंदर जगह है- नारूमी। वहाँ पर एक नदी के किनारे एक नेवला रहता था। यह…

1 वर्ष ago
हँसी का कारणहँसी का कारण

हँसी का कारण

मंगलू एक ग्वाला था । एक दिन जंगल में उसकी गाएँ चर रही थी । वह चीड़ के पेड़ों की…

2 वर्ष ago
छोटी लोककथाएंछोटी लोककथाएं

छोटी लोककथाएं

यह एक किसान की कहानी है जो एक गाँव में अपनी पत्नी के साथ रहता था। उनके पास एक छोटी…

3 वर्ष ago
सेठ और चोर:लोक कथा सेठ और चोर:लोक कथा 

सेठ और चोर:लोक कथा

किसी गाँव में एक मालदार सेठ था. जितना मालदार उतना ही चतुर और कंजूस. एक दिन शाम के वक़्त सेठ…

3 वर्ष ago
गवैया गधा और गीदड़गवैया गधा और गीदड़

गवैया गधा और गीदड़

एक गधा और गीदड़ आपस में मित्र थे. गधा एक धोबी के यहाँ दिन भर काम करता और रात होने…

3 वर्ष ago
सोने की कीमत : लोक कथासोने की कीमत : लोक कथा

सोने की कीमत : लोक कथा

बहुत पुरानी बात है, रूस में एक गाँव था जिसके ज़्यादातर निवासी गरीब किसान थे। गाँव में केवल एक ही…

3 वर्ष ago
राजा युवराज और अमरफल : लोक कथा  LOK KATHA IN HINDIराजा युवराज और अमरफल : लोक कथा  LOK KATHA IN HINDI

राजा युवराज और अमरफल : लोक कथा  LOK KATHA IN HINDI

बहुत समय पहले की बात है. एक राजा के तीन पुत्र थे. वह उन तीनों में से सबसे योग्य को…

3 वर्ष ago
सबूत – लोक कथासबूत – लोक कथा

सबूत – लोक कथा

प्राचीन काल में मायापुरी नामक एक नगर व्यापार के लिए बहुत प्रसिद्ध था। दूर -दूर से लोग व्यापार के सिलसिले…

3 वर्ष ago
चार भाई – हिन्दी लोककथाचार भाई – हिन्दी लोककथा

चार भाई – हिन्दी लोककथा

किसी गाँव में चार भाई रहते थे. चारों भाइयों में आपस में बड़ा प्रेम था और सभी एक दूसरे का…

3 वर्ष ago
शिवजी का वाहन नंदी : असमिया लोक-कथाशिवजी का वाहन नंदी : असमिया लोक-कथा

शिवजी का वाहन नंदी : असमिया लोक-कथा

यह उस समय की बात है, जब भगवान शिव के पास कोई वाहन न था। उन्‍हें पैदल ही जंगल-पर्वत की…

3 वर्ष ago
गीदड़ और गीदड़ीगीदड़ और गीदड़ी

गीदड़ और गीदड़ी

राजस्थान के गांवों में दादी -नानी कई लोक कथाएं सुनाती है जिससे बालक हंसते- हँसते लोट -पोट हो जाते हैं…

3 वर्ष ago
सेवा और भक्ति : नेपाल की लोककथासेवा और भक्ति : नेपाल की लोककथा

सेवा और भक्ति : नेपाल की लोककथा

राजा सुशर्मा अपने दरबारियों के हर प्रश्न का जवाब देते थे ।एक बार एक व्यक्ति ने दरबार में उनसे पूछा…

3 वर्ष ago
परनिंदा का पाप : उडिशा की लोककथापरनिंदा का पाप : उडिशा की लोककथा

परनिंदा का पाप : उडिशा की लोककथा

एक राजा के दरबार में ब्राह्मण भोज का आयोजन किया गया । छप्पनभोग महल के खुले आंगन में बनवाए गए…

3 वर्ष ago
सजदासजदा

सजदा

एक बुजुर्ग दरिया के किनारे पर जा रहे थे। एक जगह देखा कि दरिया की सतह से एक कछुआ निकला…

3 वर्ष ago
मछुआरा और जादुई मछलीमछुआरा और जादुई मछली

मछुआरा और जादुई मछली

नदी के किनारे सोनपुर नामक एक गांव था । उस गांव में रामू नामक एक मछुआरा रहता था । रामू…

3 वर्ष ago

भूत भागा

प्राचीन काल से ही हमारे पूरे देश में लोक कथाओं, गीतों, पहेलियों तथा लोकोक्तियों इत्यादि द्वारा गूढ से गूढ बातों…

3 वर्ष ago

अहंकार

एक समय की घटना है, एक बूढ़े आदमी ने अपनी बहुत सी सम्पत्ति अपने पत्र के नाम कर दी ।…

3 वर्ष ago

फुर्र-फुर्र: लोक-कथा

एक जुलाहा सूत कातने के लिए रुई लेकर आ रहा था। वह नदी किनारे सुस्ताने के लिए बैठा ही था…

3 वर्ष ago

लोक कथा- रस्सीये जकड़ ,डण्डे मार

एक गांव में एक दर्जी रहता था। उसने एक बकरी पाली हुई थी। वह बकरी बातें करती थी। उस दर्जी…

3 वर्ष ago

चालाक लोमड़ी

किसी जंगल में एक लोमड़ी का परिवार रहता था। जब मादा लोमड़ी गर्भवती हुई तो उसने अपने पति से घर…

3 वर्ष ago

कुतिया से शादी

किसी गाँव में एक जवान लड़का रहता था जो ढोरों को चराया करता था. जिस मैदान में वह अपने ढोर…

3 वर्ष ago