मछुआरा और जादुई मछली

नदी के किनारे सोनपुर नामक एक गांव था । उस गांव में रामू नामक एक मछुआरा रहता था । रामू…

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भूत भागा

प्राचीन काल से ही हमारे पूरे देश में लोक कथाओं, गीतों, पहेलियों तथा लोकोक्तियों इत्यादि द्वारा गूढ से गूढ बातों…

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कछुए और बन्दर

एक बार एक कछुआ एक अजनबी शहर में नमक खरीदने गया। जब वह नमक खरीद कर वापस लौट रहा था…

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अहंकार

एक समय की घटना है, एक बूढ़े आदमी ने अपनी बहुत सी सम्पत्ति अपने पत्र के नाम कर दी ।…

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फुर्र-फुर्र: लोक-कथा

एक जुलाहा सूत कातने के लिए रुई लेकर आ रहा था। वह नदी किनारे सुस्ताने के लिए बैठा ही था…

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लोककथा: सोने का हार

बहुत पुरानी बात है। एक गांव में एक ब्राह्मण का बेटा बिलकुल नकारा था। कोई भी काम नहीं करता था।…

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लोक कथा- रस्सीये जकड़ ,डण्डे मार

एक गांव में एक दर्जी रहता था। उसने एक बकरी पाली हुई थी। वह बकरी बातें करती थी। उस दर्जी…

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चालाक लोमड़ी

किसी जंगल में एक लोमड़ी का परिवार रहता था। जब मादा लोमड़ी गर्भवती हुई तो उसने अपने पति से घर…

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कुतिया से शादी

किसी गाँव में एक जवान लड़का रहता था जो ढोरों को चराया करता था. जिस मैदान में वह अपने ढोर…

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अफ्रीकी लोक-कथा | चींटियाँ

अनानसी और उसका बेटा कवेकू – दोनों बहुत चतुर किसान थे. उन दोनों के खेत अलग-अलग थे और हर साल…

2 वर्ष ago

संत तुकाराम

आज हम संत तुकाराम महाराजजी की कथा सुनेंगे । संत तुकाराम महाराज जी की भगवान पांडुरंग के प्रति अनन्‍यसाधारण भक्‍ति…

2 वर्ष ago

राजा हरिश्‍चंद्र

सूर्यवंश में त्रिशंकु नाम के बडे राजा हुए थे । वह अयोध्‍या के राजा थे । उनके पुत्र का नाम…

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रघुवंशी राजा दिलीप

श्रीराम प्रभु के रघुवंश की यह प्रसिद्ध कथा है। श्रीराम से पहले रघुवंश में एक महान चक्रवर्ती सम्राट दिलीप हुए…

2 वर्ष ago

निरपेक्ष प्रेम

एक गांव में एक बूढी माई रहती थी । उसका इस संसार में कोई नहीं था । इसलिए वह अकेली…

2 वर्ष ago

प्रभु श्रीराम की बहन शांता

श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न राजा दशरथ के पुत्र थे । इनके साथ ही राजा दशरथ और रानी कौशल्या की…

2 वर्ष ago

लक्ष्मणजी की तपस्‍या

प्रभु श्रीरामजी के तीनों भाई अर्थात् लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्‍न उनकी सेवा करते थे । वे श्रीरामजी को पिता समान…

2 वर्ष ago

घमंड

कालिदास नामक एक महान और विद्वान कवि थे । उन्‍हें अपनी कला और ज्ञान का बहुत घमंड हो गया था…

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जटा और सती

नपुंसक पति की घरवाली-सी वह शोकभरी शाम थी। अगले जन्म की आशा के समान कोई तारा चमक रहा था। अंधेरे…

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भाग्य

चंद्रिका नगर के निवासी लालाराम नामाक बनिये का लड़का सौ रुपये मुल्यवाली एक पुस्तक खरीद लाया. उस पुस्तक में एक…

2 वर्ष ago

भाग्य का खेल

देव-समाज के वृहद् महोत्सव का आयोजन हो रहा था। सभी देवता अपने-अपने वाहनों में आ रहे थे। महादेव शंकर सभा…

2 वर्ष ago

डरावनी चुड़ैल

अमावस्या की काली और सुनसान रात में नागिन की तरह चलती तेज हवाएँ; उस अंग्रेज के शरीर में सिहरन उत्पन्न…

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